यातायात(transport) रेल यातायात

1.  रेल यातायात -  आंतरिक परिवहन की दृष्टि से भारतीय अर्थव्यवस्था में रेलों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है भारत के रेल यातायात का एशिया महाद्वीप में प्रथम तथा विश्व में चौथा स्थान है। भारतीय रेल मार्ग की लंबाई  63,221 किलोमीटर है। देश में प्रतिदिन लगभग 7112 स्टेशनों के बीच 13 हजार रेलगाड़ियांं चलती चलती हैं तथा लगभग 14.5 किलोमीटर की दूरी तय करती है। भारतीय रेल व्यवस्था में लगभग 16 लाख लोग लगे हुए हैं। कुशल प्रबंध हेतु भारत में रेल यातायात को 17 प्रशासनिक मंडल में विभाजित किया गया है ।इस प्रतिष्ठान में सरकार की लगभग ₹9000 करोड़ की पूजी लगी हुई है। 2. जल यातायात-  जल मार्गों के अनुसार जल यातायात को दो भागों में  बांटा जा सकता है।
(1) आंतरिक जल यातायात  (2) समुद्री यातायात

देश के भीतरी भागों में नदियां तथा लहरें आंतरिक जल परिवहन का मुख्य साधन है गंगा यमुना घाघरा ब्रह्मपुत्र आदि समतल मैदान में धीमी गति से बहने वाली नदियां तथा स्ट्रीमर चलाने के लिए उपयुक्त हैं इसी प्रकार पश्चिम बंगाल के नहरे तथा उड़ीसा की तटीय नहरें आंतरिक यातायात के लिए उपयोगी हैं।
 समुद्री यातायात का भारत में प्राचीन काल से ही  महत्त्व है। भारतीय जलवायु समुद्री मार्ग से दूर स्थित देशों को माल ले जाते हैं  तथा वहां से  ढोकर  लाते हैं ।समुद्री यातायात की सुविधा हेतु देश में बाहर बड़े बंदरगाह हैं जिनमें छह पूर्वी तथा पश्चिमी तट पर है। दोस्तों अगले slide में हम लोग सड़क यातायात तथा वायु यातायात के बारे में जानेंगे। इसे पढ़ें और अपनी नॉलेज को इनक्रीस करें।

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